देहरादून – 12 तारीख़ की देर रात ओएनजीसी चौक पर हुई दुर्घटना की जांच में ट्रक कन्टेनर के सम्बंध में जानकारी करने पर यह कन्टेनर एच0आर0 55 जे0-4348 अशोका लिलेंड टस्कर सुपर, वी०आर०सी० लॉजिस्टिक प्रा0लि0 पटेलनगर गुडगांव, नई दिल्ली के नाम पर रजिस्टर्ड हैं।
जानकारी करने पर कम्पनी ने इस ट्रक को वर्ष 2015 में नरेश गौतम निवासी सहारनपुर, उ0प्र0 को बेचना तथा नरेश गौतम द्वारा वर्तमान में इस वाहन को HDD मशीन के साथ अभिषेक चौधरी पुत्र मुकेश चौधरी, निवासी मुहाना, मेरठ को किराये पर दिये जाने की जानकारी मिली।
अभिषेक चौधरी ने इस ट्रक को अक्टूबर 24 में मेरठ से देहरादून लाया गया था, जिसे काम न मिलने के कारण यह ट्रांसपोर्ट नगर पटेलनगर में ही खडा रहता था।
तथा यदा कदा मशीन पहुँचाने का काम मिलने पर ट्रक से HDD मशीन को आस पास की जगह पहुँचा देता था। घटना की रात कंटेनर वाहन HDD मशीन को कौलागढ़ में चल रहे ड्रिलिंग के कार्य के लिए कौलागढ़ लेकर जा रहा था,
जिसे रामकुमार उर्फ रामू पुत्र तेजपाल, निवासी ग्राम इस्माईलपुर, पोस्ट बिहारीगढ सहारनपुर,उ0प्र0 उम्र 34 वर्ष चला रहा था।
घटना के समय कन्टेनर चालक ने ट्रक को किशन नगर की ओर से सामान्य गति से कौलागढ़ की ओर ले जा रहा था।की ONGC चौक पर कंटेनर सीधे कौलागढ़ रोड की ओर जा रहा था ।
ONGC चौक से कंटेनर लगभग निकल ही गया था कि तभी अचानक बल्लूपुर की ओर से आ रही इनोवा कार उक्त कन्टेनर के पिछले हिस्से से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
घटना के बाद से कंटेनर चालक लगातार फरार चल रहा था, जिसे पुलिस द्वारा तलाश कर पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया।
पूछचाछ में कन्टेनर चालक ने बताया कि घटना की रातझवथ ओएनजीसी चौक पर बल्लूपुर की ओर से आ रही एक इनोवा कार कन्टेनर के पिछले हिस्से से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी,
दुर्घटना के बाद वह कन्टेनर के पिछले हिस्से की ओर गया, जहाँ दुर्घटनाग्रस्त वाहन तथा वाहन में सवार व्यक्तियों के शव पड़े थे,
जिसे देखकर वह घबरा गया तथा दुर्घटना का जिम्मेदार उसे माने जाने के डर से अपनी तथा अपने वाहन की पहचान छुपाने के लिए घटनास्थल से कन्टेनर की नम्बर प्लेट को लेकर मौके से फरार हो गया।
दुर्घटना के बाद पकड़े जाने के डर से चालक द्वारा अपना मोबाईल फोन बन्द कर दिया तथा अपने घर को न जाकर किसी अज्ञात स्थान पर छुप गया था।
घटना के बाद चालक द्वारा घटना की सूचना पुलिस को न देकर मौके से फरार होने तथा अपनी व अपने वाहन की पहचान छुपाने के उद्देश्य से वाहन की नम्बर प्लेट को घटनास्थल से हटाकर साक्ष्यों को छुपाने के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।