श्री दरबार साहिब के सज्जादा गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों व देशवासियों को बधाई एवम हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने नित्य की भांति श्री दरबार साहिब में प्रातः योगाभ्यास किया। इस अवसर पर श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने अपने संदेश में कहा कि योग हज़ारों साल पुरानी एक आध्यात्मिक और शारीरिक विद्या है।
नियमित योगाभ्यास को न सिर्फ शरीर की मजबूती बल्कि मन की शांति के लिए भी अपनाया जाता है।
आज के बदलते परिवेश में तनाव अनेक रोगों का कारण बन रहा है। योग साधना से मस्तिष्क व शरीर तनाव मुक्त रहते हैं, मानव अशांति व रोगों से बच सकता है।
योग संतुलित जीवन जीने की कला सिखाता है। योग से व्यक्ति के विचार सात्विक होते हैं। शास्त्रों में मानव के लिए रोग मुक्ति से लेकर आत्म शुद्धि व दीर्घायु जीवन के लिए योग साधना को सबसे सशक्त माध्यम बताया गया है।
योग केवल शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक है। योग व्यक्ति के शरीर मन और आत्मा को नियंत्रित करने में सहायता करता है। यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन को एक साथ लाता है।