देहरादून – अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर 9 महीने से अधिक समय तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर रहने के बाद बुधवार की सुबह लगभग 3:30 बजे स्पेसएक्स के ड्रैगन फ्रीडम कैप्सूल के जरिए फ्लोरिडा के समुद्र सफल लैंडिंग हुई और सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आए।
कैप्सूल से बाहर आनेक बाद सुनीता विलियम ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया इसके बाद उन्हें स्वास्थ परिक्षण के लिए ले जाया गया।
उनकी यह यात्रा मूल रूप से जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर के पहले चालक दल परीक्षण मिशन के तहत शुरू हुई थी, जो केवल 8 दिन की होने वाली थी। हालांकि, स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी, जैसे कि थ्रस्टर की समस्या और हीलियम रिसाव, के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।
नासा ने अंततः उन्हें स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन के हिस्से के रूप में ड्रैगन कैप्सूल से वापस लाने का फैसला किया। कैप्सूल ने फ्लोरिडा के तट के पास, तल्हासी के पास गल्फ ऑफ मैक्सिको में सफलतापूर्वक स्प्लैशडाउन किया,
और दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को निकालकर चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया। इस मिशन में उनके साथ नासा के निक हेग और रूस के अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी थे। यह एक असाधारण यात्रा थी,
जिसमें उन्होंने 286 दिन अंतरिक्ष में बिताए, 4,576 बार पृथ्वी की परिक्रमा की, और लगभग 12.1 करोड़ मील की दूरी तय की। उनकी वापसी अंतरिक्ष अन्वेषण में तकनीकी चुनौतियों और मानवीय सहनशक्ति का एक शानदार उदाहरण है।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के साथ स्पेसएक्स ड्रैगन फ्रीडम कैप्सूल में दो अन्य अंतरिक्ष यात्री भी पृथ्वी पर लौटे हैं। उनके नाम और देश इस प्रकार हैं निक हेग (Nick Hague) – ये संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के हैं। वे नासा के अंतरिक्ष यात्री हैं और इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अलेक्जेंडर गोर्बुनोव (Alexander Gorbunov) – ये रूस के हैं। वे रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रतिनिधि के रूप में मिशन में शामिल थे।
ये चारों अंतरिक्ष यात्री (सुनीता विलियम्स, बुच विलमोर, निक हेग, और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव) क्रू-9 मिशन के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से 18 मार्च 2025 को लौटे।