देहरादून – प्रापर्टी डीलर हत्याकांड का मास्टरमाइण्ड और उसके दो साथियों को पुलिस ने पकड़ा। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त अर्जुन ने बताया कि वह मंजेश के साथ प्रापर्टी डिलिंग का काम करता था।
मंजेश तथा संजय उर्फ फौजी आपस में पार्टनर थे, फौजी ने राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जमीन प्लॉटिंग के लिये उठायी गयी थी जिसमें मंजेश उससे आधी हिस्सेदारी मांग रहा था।
इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था, मंजेश ने अभियुक्त अर्जुन को संजय उर्फ
पूछताछ मे अभियुक्त अर्जुन ने बताया कि वह मंजेश के साथ प्रापर्टी डिलिंग का काम करता था। मंजेश तथा संजय उर्फ फौजी आपस में पार्टनर थे,
फौजी ने राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जमीन प्लॉटिंग के लिये उठायी गयी थी जिसमें मंजेश उससे आधी हिस्सेदारी मांग रहा था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था,
मंजेश ने अभियुक्त अर्जुन को संजय उर्फ फौजी को मारने की सुपारी दी तथा उसके एवज में उसे अच्छा पैसा देने की बात कही गयी। परन्तु मंजेश के आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण अभियुक्त अर्जुन द्वारा इस काम से इनकार कर दिया।
इस बात को संजय उर्फ फौजी को बता दिया। संजय ने अर्जुन को बताया दिया कि उसके द्वारा राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जो जमीन उठायी गयी है यदि उसकी डील हो जाती है तो उसे 80-90 करोड़ का फायदा होगा,
जिसमें से मंजेश आधा हिस्सा मांग रहा है यदि अर्जुन मंजेश की हत्या कर दे तो वह उसे उसके एवज में 10 करोड़ रूपये देगा।
जिस पर अभियुक्त तैयार हो गया तथा उसके द्वारा अपने एक अन्य साथी सचिन को घटना में शामिल कर लिया। अभियुक्त ने सचिन को बताया था कि मंजेश के खाते में 38 लाख रूपये है तथा उसके मोबाइल के पिन की अभियुक्त को जानकारी है।
यदि उनके द्वारा मंजेश की हत्या कर दी जाए तो वह उक्त पैसे को उसके खाते से निकाल सकते है। इसके लिये उन्होने मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाने तथा वहां उसकी हत्या करने की योजना बनायी।
घटना से एक दिन पूर्व संजय उर्फ फौजी दोनों से मिला था तथा उसके द्वारा उन्हें खर्चे के लिये 10 हजार रूपये दिये थे तथा अगले दिन कुछ पैसों के पेमेन्ट करने की बाद कहीं गयी थी।
घटना की सांय दोनों अभियुक्त दुबारा संजय उर्फ फोजी से मिले, जहां संजय द्वारा 2-4 दिन में जमीन का पेमेन्ट आने तथा उन्हें पूरा पेमेन्ट एक साथ करने की बात कही गयी,
जिस पर अभियुक्त अर्जुन राजी हो गया तथा उसके द्वारा रात्रि में मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाया, जहां मंजेश को शराब पिलाने के बाद दोनों अभियुक्तों सचिन तथा अर्जुन द्वारा गला घोटकर उसकी हत्या कर दी।
घटना के बाद दोनों अभियुक्त मृतक के शव को ठिकाने लगाना चाहते थे पर दोनों में से किसी को गाड़ी चलाना न आने के कारण अर्जुन के द्वारा अपने एक साथी शुभम को घटना के सम्बन्ध में बताते हुए।
शव को ठिकाने लगाने की बात बतायी पर उसने इनकार कर दिया। घटना के बाद अभियुक्त अर्जुन ने मृतक मंजेश के गले से चेन, अंगूठी तथा गाड़ी की चाबी अपने पास रख ली, सुबह के समय दोनों अभियुक्त मृतक के शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे।
कि अचानक पुलिस के आने पर दोनों अभियुक्त घबराकर छत से नीचे कूदकर फरार हो गये। घटना के बाद अभियुक्त अर्जुन संजय उर्फ फौजी से मिला तथा उसे घटना के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये मृतक की गाड़ी की चाबी उसे दे दी,
जिस पर संजय उर्फ फौजी द्वारा अभियुक्त को 50 हजार रूपये देते हुए अपनी गाड़ी से ग्राफिक ऐरा हॉस्पिटल झाझरा के पास छोड़ा जहां से अभियुक्त अपने साथी अफजल के कमरे में गया।
तथा एक दिन वहां रूकने के बाद घटना की जानकारी अपने दोस्त अफजल को देते हुए मृतक मंजेश की चैन तथा अंगूठी को उसके पास रखकर वहां से हरियाणा चला गया।
इस दौरान अपने साथी सचिन की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने के लिये सोनीपत कोर्ट में सरेण्डर करने की योजना बनायी पर पुलिस टीम ने अभियुक्त को सरेण्डर करने से पूर्व कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया।
नाम पता गिरफ्तार अभियुक्त संजय उर्फ फौजी पुत्र सुरेन्द्र सिंह , निवासी जलवायु टावर झाझरा, प्रेमनगर उम्र-42 वर्ष।अफजल मलिक पुत्र निसार निवासी बुलाकीवाला प्रेमनगर, थाना प्रेमनगर, उम्र-29 वर्षीय।
अर्जुन पुत्र बलवान निवासी ग्राम – बिजोली, सोनीपत, हरियाणा।को मारने की सुपारी दी तथा उसके एवज में उसे अच्छा पैसा देने की बात कही गयी।